Budget 2023: आखिर 1 फरवरी को ही क्यों पेश किया जाता है बजट, क्यों इसकी तारीख को बदलने की जरूरत पड़ी?
साल 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पहली बार 1 फरवरी को बजट पेश किया था और तब से 1 फरवरी को बजट पेश करने की परंपरा जारी है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर बजट की तारीख को बदलने की जरूरत क्यों पड़ी?
आखिर 1 फरवरी को ही क्यों पेश किया जाता है बजट, क्यों इसकी तारीख को बदलने की जरूरत पड़ी?
आखिर 1 फरवरी को ही क्यों पेश किया जाता है बजट, क्यों इसकी तारीख को बदलने की जरूरत पड़ी?
Union Budget 2023: हर साल 1 फरवरी को देश का बजट पेश किया जाता है. लेकिन कुछ साल पहले तक ये बजट हर साल फरवरी के आखिर में पेश किया जाता था. मोदी सरकार में इस परंपरा को बदला गया. साल 2017 में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पहली बार 1 फरवरी को बजट पेश किया था और तब से 1 फरवरी को बजट पेश करने की परंपरा जारी है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर बजट की तारीख को बदलने की जरूरत क्यों पड़ी? यहां जानिए इसके बारे में.
तारीख बदलने की वजह
बजट की तारीख को बदलने के पीछे खास वजह है. दरअसल साल 2017 से पहले तक बजट फरवरी की आखिरी तारीख को पेश किया जाता था. ऐसे में बजट के प्रावधानों को नए वित्त वर्ष 1 अप्रैल से लागू करना मुश्किल हो जाता था. कई बार तो इन्हें लागू करते समय मई-जून तक का समय खिंच जाता था. इस समस्या से निजात पाने के लिए बजट की तारीख को बदला गया और इसे फरवरी के अंत की बजाय फरवरी की शुरुआत में पेश किया जाने लगा.
रेल बजट को आम बजट में मिलाने का काम
इतना ही नहीं, 2016 से पहले तक रेल बजट और आम बजट को अलग-अलग दिन पेश किया जाता था. ये परंपरा अंग्रेजों के समय से चली आ रही थी, लेकिन मोदी सरकार में इस परंपरा को भी बदल दिया गया. साल 2017 में ही नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के आम बजट में रेल बजट को मिलाकर पेश करना शुरू किया और तब से अब तक ये परंपरा कायम है.
एनडीए सरकार में बदला गया था समय
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बजट के समय में बदलाव एनडीए सरकार ने किया था. साल 1999 तक बजट को शाम 5 बजे पेश किया जाता था. ये परंपरा ब्रिटिश काल से चली आ रही थी. दरअसल ब्रिटेन में सुबह 11 बजे बजट पेश होता है, ब्रिटिश घड़ी के हिसाब से भारत में बजट पेश करने के लिए शाम पांच बजे का समय निर्धारित किया गया था. आजादी के बाद भी ये परंपरा नहीं बदली गई. लेकिन वित्त वर्ष 1999-2000 के लिए बजट पेश करते समय एनडीए की सरकार में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस परंपरा को बदल दिया और 27 फरवरी 1999 को सुबह 11 बजे पेश किया गया. तब से बजट हर साल सुबह 11 बजे ही पेश किया जाता है.
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03:34 PM IST